Kanpur : 'ठग्स ऑफ कानपुर' सौरभ द्विवेदी उर्फ नटवरलाल के होश उड़ा देने वाले किस्से,वकील ने पुलिस आयुक्त से लगायी गुहार।


कानपुर : फिल्म 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान' के जरिए सिल्वर स्क्रीन पर आमिर खान व्यापारियोें और अंग्रेजों को ठगने की कला दिखाते हुए दर्शकों का दिल जीतने की कवायद कर रहे हैं। फिल्म में गांव गोपालपुर जिला कानपुर अवध निवासी फिरंगी मल्लाह बने आमिर का एक डायलॉग 'धोखा स्वभाव है मेरा' काफी सुर्खियां बटोर रहा है।लेकिन कानपुर में एक ऐसा असली ठग है, जिसने पुलिस-प्रशासन और व्यापारियों की नाक में वाकई दम कर रखा था। नाम है सौरभ द्विवेदी लेकिन काम शातिर ठग नटवर लाल से कम नहीँ और इसके साथ इसके गुर्गे और पूरा कुनबा भी ठगी की वारदातों को अंजाम देने में जुटा हुआ है। सौरभ इसके साथियों के खिलाफ डेढ़ दर्जन से अधिक धोखाधड़ी, ठगी और रुपये हड़प जाने के मामले दर्ज है। ताजा मामला अधिवक्ता अरुण कुमार श्रीवास्तव का है जिन्होंने पुलिस आयुक्त बी पी जोगदंड से न्याय की गुहार लगाते हुए सौरभ और उसके साथियों का गैंग रजिस्टर कर उनके खिलाफ गुंडा एक्ट और गैगस्टर की कार्यवाही करने की मांग की है जिसपर पुलिस आयुक्त ने कल्याणपुर पुलिस को जाँच कर कार्यवाही के निर्देश दिए है।

क्या है मामला

पेशे से अधिवक्ता अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी पत्नी का होम्योपेथिक मेडिकल स्टोर नवाबगंज के रैना मार्केट में है जहाँ पर अक्सर दवाई लेने रोड कल्यानपुर थाना क्षेत्र के महाबलीपुरम में रहने वाला सौरभ द्विवेदी और उसके पिता अनिल कुमार द्विवेदी और इसकी पत्नी रूचि द्विवेदी आते थे। तभी से तीनों घनिष्ठ सम्बन्ध हो गए और इन्ही संबंधों के चलते आपस में लेन देन शुरू हो गया। उसी दौरान उक्त सौरभ और रूचि ने मकान में निर्माण के लिए 6 लाख 20 हजार तथा अनिल कुमार द्विवेदी ने व्यापार में पैसा लगाने का झांसा देकर 3 लाख रूपये हड़प लिए। जब अरुण ने तीनों से अपना रुपया माँगा तो 3 चेक दी जो बाउंस हो गयी जिसके बाद अरुण ने सौरभ,रुचि और अनिल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया। अरुण का आरोप है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद से सौरभ द्विवेदी और इसका साथी मनोज ऋषि अक्सर रोक कर धमका रहे हैं की अगर मुकदमें वापस नहीं लिए तो तुम्हारा पैसा तो हम हज़म कर ही गये है अब तुम्हारे बच्चे का अपरहण कर तुमको और तुम्हारे पूरे परिवार का क़त्ल करके दफना देंगे। जिससे अरुण और उनका परिवार काफी दहशत में है।

करोड़ों की ठगी कर चुका कानपुर का नटवरलाल गैंग।

शातिर सौरभ द्विवेदी और इसके साथी मनोज ऋषि ठग व जालसाज  हैं इन्होने अपना ठगों का गैंग बना रखा है जो सीधे साधे लोगों से व्यापार में निवेश कराने तथा कभी फ़्लैट विक्रय करने के नाम पर तो कभी डिस्ट्रीब्यूटरशिप एवं एजेंसी दिलवाने का झांसा देकर करोड़ों  रूपये हड़प चुकें हैं और जब पीड़ित अपना रुपया वापस मांगते हैं तो अपराधिक षड़यंत्र रच कर खुद पीड़ित बन कर न्यायालय से 156(3) व परिवाद दाखिल करके वास्तविक पीड़ितों को ब्लैकमेल करते हैं I इनके खिलाफ कानपुर और उन्नाव में धोखाधड़ी व अमानत में खयानत जैसे डेड़ दर्जन मुकदमें दर्ज हैं I इतने आपराधिक मुकदमें होने के बावजूद कानपूर की कमिश्नेरेट पुलिस द्वारा उक्त शातिर सौरभ द्विवेदी व् उसके साथियों के खिलाफ कोई भी निरोधात्मक कार्यवाही नहीं की गयी।

बल्कि सौरभ इसकी पत्नी रूचि और पिता अनिल कुमार द्विवेदी के खिलाफ थाना सीसामऊ से 2019 में एक व्यापारी अनुज त्रिपाठी से 34 लाख के ठगी के मामले में FIR स. 0113/2019 अंतर्गत धारा 406,420,504,506 IPC दर्ज हुयी थी जिसमें विवेचना के बाद तीनो दोषी पाए गए जिस पर आरोप पत्र स.138/2020 कोर्ट में दाखिल किया जा चुका है। इसी प्रकार कल्यानपुर निवासी अधिवक्ता निखिल त्रिपाठी से भी सौरभ द्विवेदी, अनिल कुमार द्विवेदी तथा सुशीला द्विवेदी ने 3 लाख 65 हजार रूपये की ठगी की। जिस पर कल्यानपुर थाने में FIR न. 1534/2020 अंतर्गत धारा 420,406,504,506 IPC में दर्ज करायी, जिस पर आरोप पत्र स.228/2021 कोर्ट में दाखिल किया जा चुका है। इसी तरह कल्यानपुर निवासी मनोज सिंह बिसेन से सौरभ द्विवेदी ने 2.5 लाख रुपया ले कर हड़प कर लिया, राम कृष्ण नगर निवासी आदेश कुमार मिश्रा से मकान बेचने के नाम पर 21 लाख रुपया हड़प लिए। इसी तरह तिलक नगर निवासी सिद्धार्थ वर्मा से 6 लाख रूपये तथा नारायनपुरवा लाजपत नगर निवासी गोपाल बाजपेयी से धोखाधड़ी कर लाखों रुपया हड़प कर गए I इसी तरह मनोज ऋषि ने भी अपने अपार्टमेंट में फ़्लैट बेचने के नाम पर एक व्यापारी से 22 लाख रूपये हड़प चुका है।

Comments

Popular posts from this blog

कानपुर ज्योति हत्याकांड :- ज्योति के 6 हत्यारों को उम्रकैद की सजा, ज्योति के पिता बोले न्याय की जीत।

ज्योति हत्याकांड में आरोपियों को दोषी करार होने के बाद शंकर नागदेव बोले न्याय के प्रति नतमस्तक हूँ।

कानपुर : वायरल ऑडियो मामले में पुलिस को दी गयी तहरीर, निदेशक बोले संस्थान की छवि धूमिल करने की हो रही साजिश।