कानपुर हिंसा मामले में पुलिस को बड़ी सफलता, एक महीने से फरार क्राउड फंडिंग का आरोपी हाजी वसी लखनऊ से गिरफ्तार..

कानपुर-उत्तर प्रदेश के कानपुर में 3 जून को जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर बड़ी खबर आई है पुलिस ने इस मामले में क्राउड फंडिंग के आरोपी बिल्डर हाजी वसी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है।  कानपुर कमिश्नरेट के सहायक पुलिस आयुक्त आनन्द प्रकाश तिवारी ने बयान जारी कर वसी की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उपद्रव के मास्टर माइंड हयात जफर हाशमी को गिरफतार करने के बाद पुलिस ने उसके सहयोगियों पर शिकंजा कसा, कानपुर में तीन जून को जुमे की नमाज के बाद नई सड़क पर उपद्रव के मास्टर माइंड हयात के फाइनेंसर हाजी वसी को क्राइम ब्रांच ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। हाजी वसी बड़ा बिल्डर है और हयात की गतिविधियों में धन लगाता है।

कानपुर में तीन जून को नई सड़क पर उपद्रव के मास्टरमाइंड हयात के खजांची बिल्डर हाजी वसी को कानपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच की टीम वसी को कानपुर लाकर पूछताछ कर रही है। तीन जून को कानपुर की नई सड़क में हुए उपद्रव के मास्टरमाइंड एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात जफर हासमी के खजांची बिल्डर हाजी वसी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

नई सड़क उपद्रव में तीन प्रमुख नाम सामने आए थे। मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी को पांच जून को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। हयात से पूछताछ में सामने आया था कि यह उपद्रव नुपुर शर्मा की टिप्पणी को लेकर ही नहीं किया गया बल्कि इसके पीछे कुछ स्थानीय कारण भी थे। असल में बिल्डर हाजी वसी और मुख्तार बाबा की नजर नई सड़क पर चंद्रेश्वर हाता पर थी। हिंदुओं के इस हाता पर यह लोग दहशत फैलाकर कब्जा करना चाहते हैं। जानकारी यह भी मिली कि उक्त दोनों आरोपित पूर्व में भी इसी तरह इस क्षेत्र से हिंदुओं के पलायन में जिम्मेदार रहे हैं।


यह सभी दहशत फैलाने के लिए अपराधी संगठन डी 2 का साथ लेते हैं। पता चला है कि तीन जून को हुए उपद्रव में भी डी टू के गुर्गे शामिल थे। हयात ने पुलिस को बताया था कि इस उपद्रव को कराने के लिए जो पैसा लगा उसका इंतजाम मुख्तार बाबा और बिल्डर हाजी वसी व उनके साथियों ने किया था। पिछले दिनों एसआइटी के तत्कालीन मुख्य विवेचक एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडे ने मुख्तार बाबा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जबकि हाजी वसी तब से फरार चल रहा था। तीन दिन पहले ही पुलिस ने वसी के खिलाफ गैर जमानती वारंट अदालत से लिया था। इसके अलावा वसी के बेटे अब्दुल रहमान को भी पुलिस ने इसी मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

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