कानपुर : पत्रकारिता की चलती-फिरती कार्यशाला,पत्रकार नहीं संपादक गढ़ने वाले शैलेंद्र दीक्षित का निधन...बेहद दुःखद


-80 के दशक में लंबे समय तक दैनिक आज अखबार के लिए सेवाएं दे चुके हैं
-बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में दैनिक जागरण अखबार की नींव भी शैलेंद्र दीक्षित ने रखी

वरिष्ठ पत्रकार, संपादक, शैलेंद्र दीक्षित का आज अस्पताल ले जाते हुए रास्ते मे ह्रदय गति रुक जाने से निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर कानपुर निवास पर है। उनकी अंतिम यात्रा कल 22 फरवरी को प्रातः11:00 बजे उनके निवास स्थान अप्सरा टॉकीज के बगल हरबंस मोहाल से भगवत दास घाट जाएगी

वरिष्ठ पत्रकार शैलेंद्र दीक्षित जी खबरों के जादूगर कहे जाते थे वो अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गये है। उनके परिवार में तीन पुत्र, पुत्र वधुएं, पौत्र-पौत्री हैं, उनके निधन से पत्रकार जगत में शोक की लहर है। उनके निधन की खबर पाकर कानपुर के पत्रकार, समाजसेवी, जनप्रतिनिधि कानपुर स्थित आवास पहुंच शोक संवेदना प्रकट कर रहे है।

कानपुर जर्नलिस्ट क्लब के अध्यक्ष ओम बाबू मिश्रा, महामंत्री अभय त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार कैलाश अग्रवाल, गजेंद्र सिंह, आलोक अग्रवाल, कुमार त्रिपाठी, सीनियर जर्नलिस्ट गौरव चतुर्वेदी, शैलेन्द्र मिश्रा, अजय पत्रकार, बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री नरेश चन्द्र त्रिपाठी समेत शहर के सभी वरिष्ठ पत्रकारों और बुद्धजीवियों ने शैलेन्द्र जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है ।

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