सुप्रीम कोर्ट साउथ ऑस्ट्रेलिया में बैरिस्टर बन बरखा वीरेन्द्र भंडारी ने भारत का बढ़ाया गौरव।
भारत के महाराष्ट्र पुणे की मूल रूप से रहने वाले बीरेंद्र जे भण्डारी की पुत्री बरखा बीरेंद्र भंडारी ने भारत का नाम रोशन करते हुए साउथ ऑस्ट्रेलिया सुप्रीम कोर्ट में बैरिस्टर के लिए सेलक्ट किया गया है। बरखा के पिता वीरेंद्र जे भंडारी ऑस्ट्रेलिया के लोकप्रिय टॉप 5 में व्यवसायी में से एक है। इनका इंजीनियरिंग और कंट्रक्शन का कार्य है। इनकी कंट्रक्शन कम्पनी मेलबोर्न और विक्टोरिया में रजिस्टर्ड है। वही बरखा की माँ पुष्पा भंडारी ऑस्ट्रेलिया के प्रतिष्ठित बैंक में कार्यरत है।
महाराष्ट्र पुणे के पिम्परी इलाके की लाडो ने भारत देश का नाम दूर देश में रोशन कर दिखाया है छोटी सी शुरुआत से इतना बड़ा मुकाम हासिल करने वाली होनहार बेटी का नाम बरखा वीरेंद्र भण्डारी है।
बरखा का जन्म 26 सितंबर 1994 को हुआ प्रारंभिक शिक्षा के बाद वो 7 वर्ष की उम्र में अपने माता पिता के साथ ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट हो गयी थी। उन्होंने अपनी सारी पढ़ाई विदेश में रहकर की। उन्होंने साउथ ऑस्ट्रेलिया की मशहूर यूनिवर्सिटी FLINDERS से बैचलर्स ऑफ लॉ और लीगल प्रैक्टिस बैचलर्स ऑफ कॉमर्स (एकाउंटिंग और फायनेंस) की पढ़ाई पूरी करके ये मुकाम हासिल किया। बरखा अपनी माता-पिता के साथ दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड शहर में रहती है। लेकिन पुणे महाराष्ट्र स्थित उनका पैतृक मकान आज भी मौजूद है जहाँ उनकीं बचपन की यादें जुड़ी हुई है उस मकान में उनके चाचा और अन्य रिश्तेदार रहते है। बरखा के पिता के दोस्त घनश्याम यादव ने बताया कि बरखा शुरुआत से ही पढ़ने में बहुत मेधावी थी उसने पूरे भारत का नाम विदेश में आगे बढ़ाया है।
बरखा का कहना है कि हर व्यक्ति निष्पक्ष और साम्यिक न्याय प्रणाली का हकदार है। मैं प्रयास करूंगी मेरे हर क्लाइंट को न्याय मिले।'
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