कानपुर खाद्यान्न वितरण घोटाले में सीएम योगी का एक्शन, 2 अधिकारी निलंबित, अपर आयुक्त को मिली जांच
लखनऊ. कोरोना संकट काल में कानपुर जनपद में खाद्यान्न वितरण में धांधली का मामला प्रकाश में आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने 2 अफसरों को निलंबित कर दिया है। सीएम ने खाद्यान्न आपूर्ति के दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही और कालाबाजारी में मिलीभगत के आरोपों में संयुक्त आयुक्त (खाद्य) कानपुर मंडल अमित कुमार मल्ल और कानपुर नगर के जिला पूर्ति अधिकारी अखिलेश कुमार श्रीवास्तव को निलंबित करने का आदेश दिया है। इससे पहले तहसील बिल्हौर के तत्कालीन पूर्ति निरीक्षक प्रशांत कुमार सिंह को बीते माह जुलाई में ही निलंबित किया जा चुका है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि जनपद कानपुर नगर के खाद्यान्न वितरण में जो अनियमितता पाई गई, उससे यह स्पष्ट होता है कि नोडल अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से खाद्यान्न वितरण का सत्यापन नहीं किया जाता था। जनपद के बिकरू ग्राम में राशन वितरण सुचारू रूप से नहीं किया गया था। इसके साथ ही वर्ष 2017 में पूर्ति निरीक्षक के साथ मारपीट की गई थी, जिसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट भी संबंधित कर्मचारी द्वारा दर्ज कराई गई थी। इस घटना की कोई भी सूचना शासन स्तर पर उक्त अधिकारियों द्वारा नहीं दी गई थी। वहीं, जुलाई में संयुक्त आयुक्त (खाद्य) द्वारा आयुक्त, खाद्य व रसद के निर्देशों के क्रम में बिकरू ग्रामसभा का निरीक्षण सतही तौर पर किया गया था। बिकरू ग्राम की गंभीर घटना को देखते भी अधिकारियों द्वारा किसी भी कार्यवाही को गंभीरता से नहीं लिया गया। जाहिर है दोनों अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह थे और इनकी कालाबाजारियों से मिलीभगत भी थी। इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अमित कुमार मल्ल, संयुक्त आयुक्त (खाद्य) और अखिलेश कुमार श्रीवास्तव, जिला पूर्ति अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने का आदेश दिया है। सुनील कुमार वर्मा, अपर आयुक्त (प्रशासन) इस पूरे घटनाक्रम की जांच करेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ के एक्शन के बाद प्रदेश में हडकंप मच गया है। जहां भी खाद्यान्न वितरण में धांधली की बात सामने आ रही है, अधिकारी शिकायत का सत्यापन करवाकर जांच कराने में जुट गए हैं।
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