Vikas Dubey: एनकाउंटर से कुछ देर पहले ही रोक दी गई थी सड़क पर आवाजाही


सुबह मीडिया की गाड़ियों को एनकाउंटर वाली जगह से पहले रोक दिया गया था. मीडिया की गाड़ियों को रोकने के बाद पुलिस का काफिला आगे बढ़ा और थोड़ी ही दूरी पर एक्सीडेंट हुआ और फिर एनकाउंटर हो गया.


 


गाड़ियों को एनकाउंटर वाली जगह से पहले रोका गया कानपुर लाते वक्त गाड़ी पलटने पर भाग रहा था विकास


आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मास्टरमाइंड विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया है. एनकाउंटर में गंभीर रूप से घायल हुए विकास दुबे की मौत हो गई है. इस एनकाउंटर में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने एनकाउंटर की पुष्टि की है.



एसएसपी दिनेश कुमार ने कहा कि जैसे ही गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ, विकास दुबे घायल पुलिसकर्मी का पिस्टल छीनकर भागने लगा. पुलिस ने कई बार उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे को सीने और कमर में गोली लगी.


https://parikramavichardhara.page/article/k/nYQMPE.html


बहरहाल बता दें कि सुबह मीडिया की गाड़ियों को एनकाउंटर वाली जगह से पहले रोक दिया गया था. मीडिया की गाड़ियों को रोकने के बाद पुलिस का काफिला आगे बढ़ा और थोड़ी ही दूरी पर एक्सीडेंट हुआ और फिर एनकाउंटर हो गया


इस पूरे घटनाक्रम को समझते हैं. शुक्रवार सुबह लगभग 6 बजकर 32 मिनट पर कानपुर में एसटीएफ की टीम विकास दुबे को लेकर एंट्री की. वही Media की टीम एसटीएफ के काफिले को लगातार ट्रैक कर रही थी. टीम ने उस सफारी गाड़ी को भी कैमरे में कैद किया जिसमें विकास दुबे बैठा हुआ था.


Media की टीम समेत तमाम गाड़ियों को अचानक कानपुर पुलिस ने भारी फोर्स के साथ सड़क जाम कर रोक दिया. सभी गाड़ियों की तलाशी ली जाने लगी.



जैसे ही media की टीम को आगे जाने के लिए रास्ता दिया गया तो कुछ दूरी पर वही गाड़ी पलटी मिली जिसमें विकास सवार था. वही सफारी गाड़ी जिसे कुछ मिनटों पहले media की टीम ने अपने कैमरे में सरपट दौड़ते हुए कैद किया था. टाइम लगभग 7 बजकर 12 मिनट, यानी इस वक्त एनकाउंटर हो चुका था. विकास को गोली लग चुकी थी. लेकिन एनकाउंटर का खुलासा कुछ देर बाद हुआ.


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