पिन्टू सेंगर हत्याकांड का खुलासा आधा दर्जन भू माफियाओं और प्रॉपर्टी डीलर सिपाही ने सुपारी देकर करायी थी हत्या।


कानपुर के चकेरी में 20 जून को नरेंद्र सिंह सेंगर उर्फ पिंटू सेंगर की हत्या उसके विरोधी भूमाफिया मोहम्मद आसिम उर्फ पप्पू स्मार्ट ने अपने भाई तौसीफ उर्फ कुक्कू, सऊद अख्तर, प्रॉपर्टी डीलर मनोज गुप्ता, वीरेन्द्र पाल और उन्नाव में तैनात पुलिस हेड कॉन्स्टेबल श्याम सुशील मिश्रा के साथ जमीन विवाद में बिचौलिए तनवीर बादशाह के जरिए 40 लाख की सुपारी हैदर नाम के सुपारी किलर को देकर कराई थी। जिसमे एडवांस 7 लाख रुपये पप्पू ने घटना के 1 सप्ताह पहले किलर हैदर को दिए थे। पुलिस को इस संबंध में अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस ने मोहम्मद आसिम उर्फ पप्पू स्मार्ट ने अपने भाई तौसीफ उर्फ कुक्कू, सऊद अख्तर, प्रॉपर्टी डीलर मनोज गुप्ता, वीरेन्द्र पाल और पुलिस हेड कॉन्स्टेबल श्याम सुशील मिश्रा और बिचौलिए तनवीर बादशाह को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया है तथा सऊद अख्तर, सुभान अल्लाह हैदर और घटना को अंजाम देने वाले सुपारी किलर्स की तलाश में जुटी है।



20 जून को पिंटू सेंगर की सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रेश सिंह के घर के बाहर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने पप्पू स्मार्ट, मनोज गुप्ता, सउद अख्तर,दो वकील और महफूज अख्तर पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी।


एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि जांच में कुछ अहम सुबूत मिले हैं जिससे एक बात स्पष्ट हो गई है कि पिंटू सेंगर की हत्या पप्पू स्मार्ट ने साजिश रचकर कराई। पप्पू ने खुद सुपारी किलर को रेकी करवाकर पिंटू के बारे में जानकारी दी। उसके बाद सुपारी लेने वाले ने शूटरों से वारदात को अंजाम दिलाया। एसपी ने बताया कि सीडीआर समेत अन्य कई अहम सुबूत पुलिस के पास हैं। 



पिन्टू सेंगर की स्नेहा डेवलेपर फर्म में पार्टनर थे कातिल पाल और सिपाही मिश्रा की पत्नी।


एसपी पूर्वी ने बताया कि पिन्टू सेंगर की स्नेहा डेवलेपर फर्म में पिन्टू की पत्नी वीरेन्द्र पाल और सिपाही श्याम सुशील मिश्रा की पत्नी पार्टनर थी जिसका जॉइंट अकाउंट बैंक में था जिसमे 60 लाख जमा थे बाद में वीरेंद्र पाल की नीयत में खोट आ गयी उसने फर्म के नाम फर्जी अकाउंट खोलकर पूरा 60 लाख रुपया हड़प लिया और उसी पैसे से कोयला नगर में जमीन लेकर मिश्रा सिपाही और मनोज गुप्ता के साथ प्लाटिंग करने लगा जिसमे विवाद होने पर पाल फिर मदद मंगाने पिन्टू सेंगर के पास पहुँचा लेकिन पिन्टू ने विवाद निपटने के लिए शर्त रख दी की पुराना हिसाब का 60 लाख रुपया और विवाद निपटाने का 60 लाख और जिसपर वीरेंद्र पाल और मिश्रा ने विवाद निपटने पर 1 करोड़ 20 लाख देने का वादा किया लेकिन विवाद निपटने के बाद पैसा दिया नहीं जिसको लेकर पिन्टू दबाव बना रहा था।



वही प्रॉपर्टी डीलर मनोज गुप्ता, और सुभान अल्लाह से भी प्रापर्टी के कामों को लेकर पिन्टू सेंगर का विवाद चल रहा था वही पप्पू स्मार्ट और सऊद अख्तर से पिन्टू सेंगर की खूनी रंजिश चल रही थी जिसपर पप्पू स्मार्ट ने अपने भाइयों के साथ इन सभी से हाथ मिलाकर पिन्टू सेंगर को रास्ते से हटाने लगभग डेढ़ साल पहले प्लान बनाया। जिसमें पिन्टू सेंगर को मरवाने का ठेका श्याम सुशील मिश्रा को दिया गया था लेकिन वह काम नहीं करा पाया।



रायपुरवा में किराए के फ्लैट में हत्या की रची गयी साज़िश


पिछले एक साल से पप्पू स्मार्ट छुप कर रायपुरवा इलाके में एक किराए के फ्लैट में रह रहा था और वही पिन्टू सेंगर की हत्या प्लानिंग की गई पप्पू , सऊद, वीरेंद्र पाल और सिपाही मिश्रा ने दस दस लाख और शुभांन अल्लाह ने 2 लाख इकट्ठा करके प्लान बनाया था कि पिन्टू को मरवाने में जो भी खर्चा आयेगा सभी लोग बराबर बराबर हिस्सा देगें। पप्पू स्मार्ट ने जाजमऊ डिफेंस कालोनी में रहने वाले तनवीर बादशाह से पिन्टू को रास्ते से हटाने की बात कही जिसपर तनवीर ने पप्पू की मीटिंग रेलबाजार में रहने वाले हैदर नाम के बदमाश से करायी 40 लाख में हत्या का सौदा हुआ जिसमे से 8 लाख पप्पू ने तनवीर बादशाह को दे दिया बाकी रूपया काम होने के बाद देना तय हुआ था। हैदर को शक था कि तनवीर काम होने के बाद पूरा पैसा नही देगा और उसमें टाल मटोल करना शुरु कर दिया, तब तनवीर ने हैदर से सीधे बात करने के लिये पप्पू स्मार्ट से कहा पप्पू स्मार्ट ने हैदर से घटना के एक सप्ताह पहले बात की और 07 लाख रूपये नकद हैदर को दिया फिर दो दिन बाद हैदर ने पप्पू स्मार्ट व अन्य लोगों से कहा कि आप लोग सेफ हो जाओ मैं एक सप्ताह के अन्दर पिन्टू सेंगर का काम तमाम कर दूंगा। इसी प्लान के तहत पप्पू स्मार्ट व उसका भाई कक्कू छिड़वाड़ा मध्य प्रदेश चले गये थे, प्लान के तहत हैदर ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर 20 जून को पिन्टू सेंगर को ताबड़तोड़ गोलियां मारकर मौत के नींद सुला दिया। 


सपा के पूर्व अध्यक्ष का मिलने वाला है शुभांन अल्लाह 


पुलिस के अनुसार सपा के पूर्व अध्यक्ष चंद्रेश सिंह का मिलने वाला है शुभांन अल्लाह वो अक्सर चंद्रेश के घर आता जाता रहता था और इसी दौरान उसे पिन्टू की समझौता मीटिंग के बारे में पता चल गया जिसकीं सटीक जानकारी उसने अपने साथियों तक पहुँचा दी और चंद्रेश को कानों कान भनक भी नही हुई कि उसके पास बैठने वाला इतनी बड़ी साजिश में शामिल हो चुका है। वही हैदर ने रैकी कर जानकारी जुटाई और पप्पू स्मार्ट को शहर छोड़कर खुद को सेफ करने को कहा पप्पू ने 15 को शहर छोड़ दिया एसपी पूर्वी के मुताबिक 15 जून को पप्पू शहर छोड़कर चला गया। इसके ठीक पांच दिन बाद पिंटू को मार दिया गया। 


दोनों वकील और महफूज अख्तर को क्लीन चिट


एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल के अनुसार नामदर्ज आरोपी दोनों अधिवक्ता और सऊद के भाई महफूज अख्तर का इस घटना में शामिल होने के कोई भी सबूत नही मिले है।


40 लाख में दी गई सुपारी


एसपी ने बताया कि 4 शूटरों में 1 कानपुर शहर का रहने वाला है जिसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा बाकी ये खुलासा नहीं किया गया है कि सुपारी लेने वाला कौन है और वह कहां का है। शूटर शहर के हैं या बाहर के, इसके बारे में भी जानकारी नहीं दी पुलिस शूटरों को पकड़ने के बाद खुलासा करेगी।


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