Kanpur Shootout: विकास का गुर्गा प्रभात बोला- 'पुलिस वालों को मारने का अफसोस'


कानपुर में आठ पुलिसवालों की हत्या का आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे (Vikash Dubey) अभी तक फरार है। पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर उसके साथियों को दबोचा है। इसमें फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने विकास के दो साथियों को गिरफ्तार किया है। विकास के करीबी प्रभात ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि घटना वाली रात में वह विकास के घर पर था और उसने भी फायरिंग की थी। साथ ही उसने कहा, 'मुझे पुलिस वालों को मारने का अफसोस है'।


फरीदाबाद पुलिस बुधवार को विकास का दायां हाथ कहे जाने वाले प्रभात को कोर्ट को पेश करने जा रही थी। इसी दौरान एक चैनल से बातचीत में प्रभात ने पुलिस वालों पर फायरिंग की बात स्वीकारी है। साथ ही उसने बताया कि वह झींझर, औरया होते हुए फरीदाबाद आया और कई दिन से यहां रूका था। इससे पहले विकास दुबे के फरीदाबाद के एक गेस्ट हाउस में छिपे होने की सूचना के बाद पुलिस ने वहां छापेमारी की, हालांकि वह पुलिस के हाथ नहीं लगा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि फरीदाबाद क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दुबे फरीदाबाद के बड़खल चौक स्थित एक होटल में छिपा है। उन्होंने बताया कि इसी आधार पर फरीदाबाद की अपराधा शाखा के दल ने होटल में छापेमारी की। आसपास के लोगों का कहना है कि मौके पर गोली भी चली है लेकिन पुलिस ने इससे इंकार किया है।


 


फरीदाबाद में 2-3 दिन रुका विकास दुबे


 


पुलिस प्रवक्ता के अनुसार पुलिस टीम ने होटल के एक-एक कमरे की बारीकी से तलाशी ली, लेकिन विकास दुबे वहां नहीं मिला। बताया जा रहा है कि दुबे गेस्ट हाउस में छापेमारी से पहले ही चुपचाप पैदल ही वहां से निकल गया। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज से ही इसकी सच्चाई सामने आएगी कि दुबे वास्तव में वहां था भी या नहीं। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज में गमछा लपेटे एक व्यक्ति दिख रहा है जो दुबे जैसा ही लग रहा है। उसने नीले रंग का मास्क पहना हुआ है और इसी रंग की जींस और गुलाबी टीशर्ट पहने है।


 


चर्चा है कि विकास दुबे फरीदाबाद में 2-3 दिन रुका था और वह होटल के अलावा नहर पार की न्यू इंदिरा कॉलोनी में अपने कुछ दूर के रिश्तेदारों के यहां भी ठहरा था।


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