कानपुर-बसपा नेता हत्याकांड- प्रोफेशनल किलर्स ने दिया वारदात को अंजाम


#Kanpur-बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या करने वाले प्रोफेशनल किलर्स थे। यह बात लगभग तय है। जिस तरह से उन्होंने वारदात को अंजाम दिया और जिस असलहा का प्रयोग किया गया। उससे इसकी भी सम्भावनाएं हैं कि हत्यारों को पिंटू के नाम की सुपारी दी गई हो। फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। टीम प्रभारी डॉ प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि घटनास्थल से 10 खोखा कारतूस बरामद किए गए हैं। इसके अलावा दो गोलियां ऐसी मिलीं जो चलाई गई मगर वह पिंटू सेंगर को लगी नहीं। दोनों गोलियां दीवार से या फिर सड़क से टकराई थी। उनके आगे का हिस्सा दबा हुआ था। जिससे साफ पता चलता है कि वह मृतक के शरीर में नहीं घुसी है।



फैक्ट्री मेड पिस्टल के इस्तेमाल होने की सम्भावना


फॉरेंसिक प्रभारी ने बताया कि एक साथ इतने राउंड फायर करना देशी असलहा के बस की बात नहीं है। गोलियां फैक्ट्री मेड पिस्टल से चलाए जाने की सम्भावनाएं ज्यादा है। उन्होंने बताया कि 7.62 एमएम की गोलियां चलाई गई है। जो कि पिस्टल से ही फायर की जा सकती है। इस बात की भी सम्भावना है कि यह लाइसेंसी पिस्टल हो जो कि कोलकाता की फैक्ट्री से खरीदी गई हो।


पिंटू की बनियान से निकलीं दो गोलियां 


पिंटू सेंगर के शव की भी जांच फॉरेंसिक टीम द्वारा की गई। प्रभारी डाक्टर ने बताया कि मृतक के शरीर के सामने हिस्से में दो गोलियां लगी जो उसकी पीठ से पार हो गई। दोनों गोलियां बनियान में अटकी हुई थी। डा. प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि सभी बुलेट के सैम्पल ले लिए गए हैं। इसके अलावा मौके से खून के सैम्पल भी कलेक्ट किए गए हैं।  


 


पुलिस की स्टीकर लगी पल्सर बाइक का किया इस्तेमाल 


चारों बदमाश दो पल्सर बाइक पर सवार होकर आए थे। इसमें दो बदमाश लाल रंग की पल्सर पर सवार थे। जिसपर पुलिस शब्द का स्टीकर लगा था। वहीं दूसरे दो बदमाश काले रंग की पल्सर पर सवार थे। चार में तीन ने हेलमेट लगा रखा था। वहीं चारों लोगों ने फेस मास्क और गमच्छे से चेहरा ढक रखा था।


 


बसपा की टिकट पर लड़े थे विधानसभा चुनाव


 


मूल रूप से गोगूमऊ निवासी नरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सेंगर चकेरी के मंगला बिहार में परिवार के साथ रहते थे और छात्र राजनीति के बाद राजनीतिक दलों में सक्रिय हो गए थे। बसपा की टिकट पर वह छावनी क्षेत्र से विधानसभा सीट का चुनाव लड़े थे। उनकी मां शांति देवी गजनेर की कठेठी से जिला पंचायत सदस्य हैं और पिता सोने सिंह गोगूमऊ के प्रधान हैं। पिंटू ठाकुर तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री एवं बसपा प्रमुख को चांद पर जमीन देने की पेशकश कर दी थी। इसके बाद से वह बसपा की राजनीति में सक्रिय थे। वर्ष 2007 में पिंटू ने कैंट सीट से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। बसपा जिलाध्यक्ष राम शंकर कुरील का कहना है कि नरेंद्र सिंह कानपुर देहात में पार्टी के सक्रिय नेता थे।


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